रोग-प्रबंधन : अमरूद का झुलसा
लक्षण: इसके लक्षण बारिश के प्रारंभ होने से दिखाई देने लगते हैं। स्फीति के नुकसान और अधोकुंचन के साथ में हल्के पीले पत्ते प्रकट होते हैं। बाद में पौधे फलते-फूलते नहीं। इसके बाद अपरिपक्व अवस्था में ही बिखरता है और पत्ते गिर जाते हैं। कुछ टहनियाँ पर्ण-हीन होती हैं और नए पत्ते व फूल नहीं आते हैं। अंतत: सूख जाती हैं। प्रभावित शाखाओं के फल अविकसित, कड़क और कठोर होते हैं। बाद में पूरे पौधे पर्ण-हीन हो जाते हैं और मर जाते हैं। जड़ भी तल क्षेत्र में सड़ने लगती हैं और कोर्टेक्स से छाल को आसानी निकाला जा सकता है। संवहनी ऊतकों में हल्का भूरा विवर्णन भी दिखाई देता है। रोगवाहक तरुण और पुराने फल-धारक पेड़ों को भी प्रकोपित करता है, लेकिन पुराने पेडों में बीमारी बहुत जल्दी लगती है।
रोग विज्ञान: