फसल-उत्पादन
विभिन्न फल फसलों में अमरूद एक उत्तम, पौष्टिक रूप से बहुमूल्य और लाभदायक फसल है। अमरूद के फलों का उपयोग ताज़े खाने और प्रसंस्करण के लिए किया जाता है। उच्च पोषक मूल्य के अतिरिक्त, कम उत्पादक-सामग्रियों के प्रयोग और कम देखभाल से भी इससे अच्छी पैदावार और आय प्राप्त होती है। यह वर्षा-आधारित क्षेत्रों के लिए भी उपयुक्त है।
सिंचाई
- सिंचाई: अमरूद की खेती सामान्यत: वर्षा-आधारित रूप में की जाती है। फिर भी सिंचाई अमरूद के लिए फायदेमंद पाई गई। वर्षा के मौसम में अमरूद को सिंचाई की ज़रूरत नहीं। गर्मी में 20 दिन में एक बार और सर्दी में प्रत्येक महीने सिंचाई देने से फल के लगने और फल के आकार में सुधार आता है तथा फल का गिरना कम होता है। वर्ष में 380-500 मि.मी. वर्षा प्राप्त होने वाले क्षेत्रों में, संकटमय अवधि होने के कारण अप्रैल-जून के महीनों में 8-10 बार की सिंचाई के माध्यम से 2460 मि.मी. पानी की आवश्यकता है। सत्तर प्रतिशत पुन:पूर्ति सहित टपक सिंचाइ की भी अनुशंसा की जाती है।